आज देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान हो रहे हैं । विभिन्न पार्टियों के नेता आज 95 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में निगाहें लगाए बैठे हैं। मतदान तो शाम छह बजे तक जारी रहेगा। आइए जब तक चुनाव से हट कर बात कर ली जाए। यह ऐसी खबर है जो थोड़ा विचलित जरूर कर देगी। जी हां हम बात करेंगे जेट एयरवेज की। अभी कुछ वर्षों पहले तक अरबों डाॅलर का मुनाफा कमाने वाली जेट एयरवेज आज फर्श पर आ गई। यानी आज से बंद कर दी गई। पिछले कई दिनों से मदद के लिए पंख फड़फड़ाती विमानन कंपनी जेट एयरवेज की किसी ने मदद नहीं की। बुधवार रात कंपनी ने आखिरी उड़ान भरी। आज से जेट एयरवेज ने सभी उड़ाने अस्थाई तौर पर बंद करने की घोषण कर दी है। कंपनी प्रबंधन ने कर्ज से अपने आपको उभारने के लिए भारतीय स्टेट बैंक से 400 करोड़ रुपयों की आर्थिक सहायता मांगी थी। लेकिन एसबीआई ने त्वरित ऋण सहायता देने से इंकार कर दिया। वहीं केंद्र सरकार ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। कंपनी के द्वारा सर्विस बंद करने से जहां यात्रियों को एयरलाइन में विभिन्न सर्विस प्रोवाइड करने वालों का करोड़ों रुपया फंस गया है वहीं कंपनी के 20 हजार से अधिक कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक गया है । एयरलाइन पर बैंकों का 8ए500 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है जिसके चलते वह कर्ज संकट में फंसती चली गई । सही मायने में यह विमानन कंपनी अर्श से फर्श पर आ चुकी है।
एक समय नरेश गोयल देश की लोकप्रिय हस्तियों में थे शुमार
जेट एयरवेज की शुरुआत नरेश गोयल ने आज से ढाई दशक पहले की । यह फुल सर्विस विमान सेवा प्रदाता कंपनी है जिसमें यात्रियों को इकोनॉमी बिजनेस और फर्स्ट क्लास सेवा उपलब्ध कराई जाती है । कंपनी ने बिना अतिरिक्त शुल्क के बड़ी विमानन कंपनियों की तरह लोगों को सुविधाएं दी जिससे कंपनी ने साल 2000 के समय में काफी तरक्की की । उस दौरान नरेश गोयल देश की लोकप्रिय हस्तियों में शुमार हो गए थे।
रद हो सकता है लाइसेंस !
नागरिक विमानन महानिदेशालय के अधिकारियों के मुताबिक यदि जेट की उड़ानें शीघ्र बहाल न हुईं तो इसका एयर ऑपरेटर लाइसेंस भी रद हो सकता है। इस बीच जेट एयरवेज के अधिकारी और कर्मचारी आज दिल्ली में जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहें हैं ।