आज सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के दिलों दिमाग में एक ही ख्याल आ रहा होगा कि कम से कम से चुनाव के मौके पर कोई विवादित बयान नहीं देना चाहिए था। वो भी एक महिला के लिए। आज देश भर में आजम की विवादित टिप्पणी की आलोचना की जा रही है। इस मामले में पूरे देश भर में राजनीति भी गर्म हो गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग समेत देश की कई महिला संगठनों ने आजम के बयान पर जरदस्त नाराजगी जताई है। अभी कुछ दिनों पहले तक उत्तर प्रदेश के रामपुर में सपा प्रत्याशी आजम खान के पक्ष में एक वर्ग खुलकर साथ दे रहा था। लेकिन आजम के भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा के बारेे में टिप्पणी से उनका ही एक बड़ा वर्ग नाराज है। आज की राजनीति में कोई भी महिला के बारे में विवादित बयान से अलग ही रहना चाहते हैं। आजम के अभद्र भाषा के बाद जयाप्रदा को चुनावों में पूरी सहानुभूति मिल चुकी है। वहीं इस मामले में आजम के खिलाफ रिपोर्ट भी लिखाई गई है। अच्छा होता यह बात आजम पहले सोच लेते तो आज उनकी किरकरी नहीं होती। हालांकि ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा कि आजम खान को कितना नफा-नुकसान रहा।

भाजपा हुई आक्रामक, जयाप्रदा ने लिया पुराने जख्मों का हिसाब

आजम खान की जयाप्रदा को लेकर की अभद्र टिप्पणी पर भाजपा आक्रामक हो गई है। सबसे पहले रामपुर से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी जयाप्रदा ने यह मौका हाथ से जाने नहीं दिया। सोमवार को जया ने भी अपनी पूरी तैयारी के साथ प्रेस वार्ता कर इस मामले को तूल देने में देर नहीं की। इसी बहाने जया आजम पर जमकर बरसीं और पुराने जख्मों का हिसाब भी ले लिया। इस मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट में लिखा है, मुलायम भाई आप पितामह हैं समाजवादी पार्टी के, आपके सामने रामपुर में द्रोपदी का चीर हरण हो रहा है, आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती मत करिए। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी आजम की अशोभनीय टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा की है। दूसरी ओर अमर सिंह भी आजम पर जमकर भड़क गए। अमर सिंह ने आजम को तो राक्षस तक कह डाला। एक समय था जब आजम खान, जयाप्रदा और आजम खान समाजवादी पार्टी में हुआ करते थे। अमर सिंह ही हैं जो आजम को भलीभांति समझते होंगे, क्या कीजिएगा राजनीति भी करवट बदलती है।