नई दिल्ली। इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम। मध्य प्रदेश के भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा में शामिल होने बाद से ही अपने विवादित बयानों की वजह से साध्वी प्रज्ञा सुर्खियों में बनी हुईं हैं। भाजपा आलाकमान भी प्रज्ञा पर बंदिश लगाने के पूरी तरह पक्ष में नहीं है। हालांकि संघ ने विवादित बयान को लेकर साध्वी को जरूर हिदायत दी थी। अब भाजपा की कभी फायरब्रांड नेता रहीं उमा भारती का प्रज्ञा को लेकर दिया बयान चर्चा में बना हुआ है। दरअसल केंद्रीय मंत्री उमा भारती से जब यह पूछा गया कि क्या मध्य प्रदेश की राजनीति में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर उनका स्थान ले लेंगी, तो उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा एक महान संत हैं । मेरी उनसे तुलना मत करिए, मैं तो सिर्फ एक साधारण और मूर्ख प्राणी हूं । हालांकि अभी तक उमा भारती के साध्वी को लेकर दिए गए बयान को लेकर मध्य प्रदेश की राजनीति में नंबर की लड़ाई के तौर पर ही देखा जा रहा है। मालूम हो कि भाजपा ने साध्वी प्रज्ञा को मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है।
एक समय उमा थी पार्टी की फायरब्रांड नेता
भारतीय जनता पार्टी में अभी कुछ सालों पहले तक उमा भारती को फायरब्रांड नेता माना जाता था। अपने बेबाक बयानों की वजह से पार्टी ने उन्हें सर आंखों पर बैठाया। लेकिन धीरे-धीरे समय ने करवट ली, आज भाजपा को न तो उमा की जरूरत रह गई न ही उनके फायरब्रांड वाले बयानों की। इस बार उमा भारती को चुनाव में टिकट भी नहीं दिया गया। चाहे इसके पीछे उमा भारती का तर्क कि, मैंने ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया कितनी सच्चाई है, ये तो वही बता सकती हैं। मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान से उनका छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर है। अभी भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए उमा का नाम भी चला था, लेकिन इसका सबसे अधिक विरोध शिवराज सिंह ने ही किया था। इस चुनाव में उमा भारती भले ही चुनाव प्रचार कर रहीं हैं लेकिन मौजूदा समय में वो भाजपा से अलग-थलग ही पड़ीं हुईं हैं। सही मायने में भाजपा साध्वी प्रज्ञा को उमा भारती की तरह ही फायरब्रांड के तौर पर पेश कर रही है।