शनिवार को दिल्ली में एक चुनावी रैली के दौरान एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सरेआम थप्पड़ मार दिया था। इस थप्पड़कांड की गूंज से राजनीति गर्म है। आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी शुरू हो गए हैं। चुनाव का सीजन चल रहे हैं, ऐसे में आम आदमी पार्टी कहां चुप बैठने वाली थी। आप ने इसका सीधा आरोप भाजपा पर लगा दिया। रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरी तैयारी साथ भाजपा सरकार पर ऐसे हमला बोला, जैसे वो दिल्ली और पूरे देश की जनता को अपना घोषणा पत्र ( मेनिफेस्टो ) बता रहे थे। केजरीवाल ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर जो कहा वो इस प्रकार है, मुझ पर हमला क्यों करवाया गया, इनको हमारे काम करने से दिक्कत है। इनको हमने बिजलीए पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य में जो काम किया है उससे ये डर गए हैं । मैं जनता का एहसान अपनी जान गंवा के भी नहीं चुका सकता, मेरी जान कुछ भी नहीं दिल्ली की जनता के आगे । केजरीवाल ने आगे कहा, डराने की कोशिश की जा रही है कि जो मोदी खिलाफ खड़ा होगा, उसका हश्र ऐसा ही होगा। पर मैं डरने वालों में से नहीं हूं । उन्होंने आगे कहा, हमलावर की पत्नी ने कल कहा कि उसका पति मोदी जी के ख़िलाफ कुछ सुन नहीं सकता, ये हमला इसलिए करवाया गया। यह कोई पहला मामला नहीं है कि इस प्रकार की घटना दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ पहली बार हुई हो, इससे पहले भी केजरीवाल के साथ कई घटनाएं हो चुकी हैं। केजरीवाल पर थप्पड़ मारने की घटना किसी भी हाल में नहीं होनी चाहिए। इसको कई राजनीति दलों ने निंदा भी की है। लेकिन केजरीवाल को ये भी याद रखना होगा कि ऐसे आप किसी पार्टी पर आरोप नहीं लगा सकते हो।