नई दिल्ली। (इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम की एक्सलूसिव रिपोर्ट) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम की गुफा में ध्यान व साधना में लीन हैं। दूसरी ओर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र की सत्ता हासिल करने के लिए आज दिन भर विपक्ष के दिग्गज नेताओं के साथ मैराथन बैठक की। अभी आखिरी चरण के मतदान कल होना है, लेकिन विपक्ष ने अभी से समीकरण बैठाने शुरू कर दिए हैं। इस पूरी कवायद में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू एक मध्यस्थ बनकर उभरे हैं। वह केंद्र में गैर भाजपा सरकार बनाने के लिए सभी दांवपेच चल रहे हैं। नायडू ने शनिवार को सियासी दिग्गजों के साथ मैराथन बैठकें की। उन्होंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और संभावित चुनाव परिणामों पर चर्चा की। इसके बाद नायडू राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव से मिले और 23 को आने वाले चुनाव परिणामों पर चर्चा की। विपक्ष की ये सारी कोशिश इस तथ्य पर आधारित है कि अगर केंद्र नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी फिर से स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो बिना मौका गंवाए विपक्षी दलों को एकजुट रखा जा सके। शाम होते-होते नायडू ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर गहन मंत्रणा की। अभी कुछ दिन पहले नायडू पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर चुके हैं। दूसरी ओर यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी सक्रिय हो गई हैं, सोनिया गांधी ने भी 23 मई को विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई है, उसी दिन चुनाव परिणाम भी आने हैं। इस समय विरोधी दल के नेता मोदी को सत्ता से बाहर रखने के लिए संघर्ष तेज कर दिया है। पांच दिन के बाद देखना होगा कि विपक्ष अपनी मुहिम में कितना सफल होता है।