नई दिल्ली। (इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम) लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जैसे पक्ष और विपक्ष की एक दूसरे पर जुबानी हमले, अभद्र भाषा और अशोभनीय टिप्पणियों पर भले ही निर्वाचन आयोग कार्रवाई करता रहा, लेकिन आयोग में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। लोकसभा चुनाव खत्म-खत्म होते आयोग में भी मतभेद खुलकर सामने आ गए। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के बीच चुनाव के दौरान लिए गए कई फैसलों को लेकर मतभेद गहरा गया है। अशोक लवासा ने आचार संहिता उल्लंघन मामले पर होने वाली बैठक से खुद को अलग कर लिया है। आपको यह भी बता दें कि अशोक लवासा सीनियर होने के नाते देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की कतार में हैं। लवासा आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतों पर पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को लगातार क्लीन चिट और विपक्षी दलों के नेताओं को नोटिस दिए जाने के खिलाफ रहे हैं। दूसरी ओर चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के पत्र लिखे जाने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि आयोग में 3 सदस्य होते हैं और तीनों एक दूसरे के क्लोन नहीं हो सकते हैं। अरोड़ा ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की बहस से भाग नहीं रहा हूं, लेकिन हर चीज का एक समय होता है।