इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम। दिल्ली की जनता ने इस बार वोट डालने में काफी निराशानजक प्रदर्शन किया। राजधानी अपना पिछले रिकाॅर्ड भी नहीं तोड़ पाई। देश की राजधानी होने की वजह से पिछले काफी समय से चुनाव आयोग से लेकर प्रशासनिक अमला और कई सामाजिक संगठन मत प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दिन-रात एक किए हुए थे। दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों के लिए रविवार हुए मतदान में करीब 60 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया। यह आंकड़ा 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में पांच फीसदी कम है। मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए जिस प्रकार से अभियान चलाया गया था, इस अधिक मतदान हाेना चाहिए था | मालूम हो कि वर्ष 2014 में करीब 65 फीसदी मतदान हुआ था । जबकि चुनाव आयोग ने कई बूथ केंद्रों को आकर्षक ढंग से सजाया था। दिल्ली के तीन लोकसभा क्षेत्र 60 प्रतिशत से भी पीछे रह गए। उत्तर पश्चिम दिल्ली में 58.97 प्रतिशत, नई दिल्ली में 56.90 प्रतिशत और दक्षिण दिल्ली में 58.59 प्रतिशत ही मतदान हुआ।