इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम की एक्सलूसिव रिपोर्ट
आज छह अप्रैल है। यानी भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस। ऐसे में पार्टी का एक पुराना दिग्गज नेता विदा हो रहा था। कभी अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के पसंद रहे अभिनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने औपचारिक रूप से कांग्रेस का दामन थाम लिया। हालांकि सिन्हा ने इसकी घोषणा बीते 28 मार्च को ही कर दी थी। आज कांग्रेस की सदस्यता लेने के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा का भाजपा की स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी से विदाई लेने पर दर्द भी छलक रहा था। सिन्हा ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि अटल जी के समय लोकशाही थी अब तानाशाही है। उन्होंने अपना पुराना समय भी याद कर कहा कि किस तरह पार्टी में उनका मान-सम्मान हुआ करता था। उन्होंने कहा कि पुराने लोगों को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया, जबकि आज तक मार्गदर्शक मंडल की कभी बैठक ही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मैंने भी भाजपा के लिए बहुत मेहनत की लेकिन मेरी पिछले पांच सालों से लगातार उपेक्षा की जा रही थी। मैं जब-जब बोलता तब मुझसे कहा जाता कि आप मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हो। जबकि मैं हमेशा देशहित की बात करता रहा हूं। आखिरकार में शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा की 39वीं स्थापना दिवस के मौके पर उनको बधाई भी दी।
जाते-जाते ‘खामोश’ कर गए…
कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर शत्रुघ्न सिन्हा आज की भाजपा और आलाकमान पर जमकर बरसे और अपने खास अंदाज ‘खामोश‘ कहकर नसीहत भी दी। शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में जाने से भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं में खामोशी जरूर है | उन्होंने कहा कि भाजपा वन मैन शो टू मैन आर्मी बन गई है। भाजपा ने हजारों करोड़ रुपये प्रचार में खर्च किए लेकिन देश के विकास के लिए कुछ नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी ने कभी संवाद नहीं किया। सिन्हा ने नोटबंदी और जीएसटी से देश को नुकसान और लोगों को काफी परेशानी होना बताया। वहीं यशवंत सिन्हा के मामले में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनको इतना मजबूर किया गया कि उन्हें पार्टी तक छोड़नी पड़ी। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्टी में काबिलियत है तो वह कांग्रेस ही है। इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और शक्ति सिंह गोहिल ने शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया।