आज राजनीति जिस दिशा में जा रही है। उसे समझना बहुत कठिन होता जा रहा है। नेताओं के द्वारा एक दूसरे पर ऐसे-ऐसे आरोप लगा दिए जाते हैं कि गले नहीं उतरते हैं। आइए उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती के बीच नए टकराव की बात जान लें। गुरुवार को मायावती केवल इसी बात पर योगी आदित्यनाथ पर भड़क गईं कि उन्होंने चुनाव आयोग की पाबंदी के बावजूद मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की है। योगी के पूजा पाठ पर मायावती ने चुनाव आयोग समेत भाजपा आलाकमान पर बिना मतलब के सवाल उठा दिए। बसपा प्रमुख ने कहा कि योगी शहर-शहर जाकर मंदिर में पूजा करने के बहाने चुनाव प्रचार कर रहे हैं। मायावती ने चुनाव आयोग को भी योगी को ढील दिए जाने पर आड़े हाथों लिया। मायावती ने कहा कि भाजपा आलाकमान वैसी ही मनमानी कर रहा है जैसा कि अब तक वो करता आया है। हो सकता हो कि बसपा प्रमुख को योगी के मंदिर में जाकर पूजा करने चुनाव प्रचार नजर आया हो। बसपा प्रमुख को यह समझना होगा कि चुनावों के दौरान किसी प्रत्याशी, नेता या कोई मंत्री को पूजा करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन मायावती ने इसको भी नया तूल दे दिया। मालूम हो कि योगी आदित्याथ और मायावती के चुनाव प्रचार के दौरान आपत्तिजनक बोल पर चुनाव आयोग ने तीन और दो दिन के प्रचार पर बैन लगा दिया था।