नई दिल्ली। इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम की रिपोर्ट। पिछले कई दिनों से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने पर आखिरकार गुरुवार को विराम लग गया। अब कांग्रेस ने वाराणसी से फिर अजय राय को प्रत्याशी बनाया है। इससे साफ हो गया है कि अब प्रियंका वाराणसी से कांग्रेस की उम्मीदवार नहीं होंगी। पिछले लगभग 15 दिनों से प्रियंका गांधी के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा जोरो पर थी। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को वाराणसी से चुनाव न लड़ाने का फैसला उस वक्त किया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में मेगा शो करने जा रहे हैं।
पहले चुनाव में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहतीं थीं कांग्रेस महासचिव
लोकसभा चुनाव के एलान के मौके पर कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाया गया था और उनको चुनाव प्रचार का जिम्मा सौंपा था। लेकिन धीरे-धीरे प्रियंका के चुनाव लड़ने की हवा भी गर्म होती रही। एक चुनाव प्रचार के दौरान महिला कार्यकर्ता ने प्रियंका सेे चुनाव लड़ने को लेकर पूछा था। तब प्रियंका ने उस महिला को जवाब देते हुए वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए कह दिया था। कुछ दिनों बाद ही प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावना प्रबल होती चली गई। कांग्रेस के कई दिनों के मंथन के बाद प्रियंका को प्रधानमंत्री नरेंद्र के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने का साहस नहीं कर पाया। प्रियंका का भी यह राजनीति में बिना तैयारी के पहला चुनाव होता, इसलिए कोई जोखिम उठाना नहीं चाहती थी। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय की जमानत भी जब्त हो गई थी। फिलहाल इस बार के लोकसभा चुनाव तक प्रियंका गांधी अजेय ही रहना चाह रहीं होंगी।
2014 में वाराणसी से मोदी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत हुई थी जब्त
वाराणसी सीट से साल 2014 में मोदी ने जीत हासिल की थी । मोदी के सामने कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई थी। 2014 में पीएम मोदी को कुल 5 लाख 81 हजार वोट मिले थे । जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय को करीब 75 हजार वोट ही मिल पाए थे। अजय राय 2014 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे। जबकि दूसरे नंबर पर दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल रहे थे।