नई दिल्ली : (इंडिया टाइम 24 न्यूज़ से ज्योति मनराल की रिपोर्ट) हमारे देश का पुलिस प्रशासन अपना कार्य कितने बेहतर ढंग से करता है यह तो सभी को मालुम है, आये दिन हजारों मामले पुलिस थाने में दर्ज किये जाते हैं | उन मामलों पर कारवाई कितने बेहतर ढंग से होती है यह तो जगजाहिर हैं | कई लंबित मामले आज भी बिना किसी पूर्ण कारवाई के फाइलों में पड़े हैं | आम जनता को किसी भी मुद्दे पर इन्साफ पाने ले लिए कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है यह किसी से नहीं छुपा है | कुछ ऐसा ही पुलिस लापरवाही का हाल ही का एक मामला सामने आया है| जिसने एक बार फिर प्रशासन के कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं | लेकिन आज हम एक ऐसी बहादुर महिला के बारे में बात करेंगे जो खुद पुलिस फ़ोर्स में तैनात है | उस बहादुर महिला का नाम स्वीटी है जो की (रोहतक) हरियाणा में कांस्टेबल के रूप में तैनात है | अब आप एक बात सोचिये कि पुलिस में कार्यरत एक व्यक्ति को ही अगर पुलिस अधिकारियों द्वारा कई प्रताड़नाओं का सामना करना पड़े, तो आम जनता के साथ अमूमन कैसा व्यवहार होता होगा | बहरहाल आपको बता दें कि कुछ ऐसा ही हुआ है महिला पुलिस कांस्टेबल स्वीटी के साथ | पूरा मामला आपको बताते हैं , मूल रूप से लाखन माजरा की रहने वाली स्वीटी इस समय दिल्ली के प्रेम नगर इलाके में रहती है | मामला आज से कुछ दिनों पहले का है वे पिछले दिनों शाम को करीब 6 बजे अपनी स्कूटी पर सवार होकर सुखपुरा इलाके में खरीदारी करने जा रही थी | तभी उनके सामने से एक ऑटो वाला तेज़ी से अपना ऑटो चलाते हुए आया और करीब 9 लोगों को टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गया | जिससे उस इलाके में लोगो के बीच अफरातफरी मच गयी | काफी लोग घायल भी हुए | यह पूरा घटनाक्रम देखने के बाद स्वीटी ने ना आंव देखा ना तांव और स्कूटी पर ही सवार होकर बहादुरी से उस ऑटो वाले का पीछा किया | अपनी जान की परवाह न करते हुए वे काफी देर तक उस चालाक का पीछा करती रही | घटना के दौरान आरोपी चालक ने स्वीटी को चोट पहुंचाने की भी कोशिश की और करीब 8000 रूपए से भरा पर्स लेकर भागने लगा| लेकिन इसी बीच स्वीटी ने तुरंत चालाक पर हमला बोला और ऑटो की चाभी अपने कब्ज़े में ले ली| स्थानीय लोगो की मदद से पीछा कर आखिरकार उन्होंने आरोपी चालक को धर दबोचा और उसे पास ही के गोकर्ण पुलिस चौकी के हवाले कर दिया | साथ ही उसी वक़्त थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज करा दी |
वक़्त पर नहीं पहुंची पुलिस, सुखपुरा पुलिस चौकी ने अपना इलाका नही होने का हवाला देते हुए साधी चुप्पी
यह घटना सुखपुरा इलाके के पास घटित हुई है, तो इसलिए जब स्वीटी ने कण्ट्रोल रूम पर बात कर मामले की जानकारी दी तो कण्ट्रोल रूम ने सुखपुरा पुलिस चौकी को कारवाई करने के आदेश दिए| लेकिन इस मामले पर लापरवाही बरतते हुए सुखपुरा पुलिस प्रशासन ने चुप्पी साध ली | जिसके बाद गोकर्ण पुलिस चौकी को यह मामला सौंपा गया लेकिन तब भी वक़्त पर नहीं पहुची पुलिस | मामला यही नहीं थमा इसके बाद पुलिस प्रशासन ने बिना किसी कारवाई के ऑटो चालक को छोड़ दिया | यह वाकई बेहद सोचने वाली बात है कि अगर हमारे देश का पुलिस –तंत्र ही इस तरह के बहाने बनाकर अपनी जिम्मेदारियों से भागेगा तो आम आदमी किसके पास न्याय की फ़रियाद लेकर जायेगा | हमारे पुलिस प्रशासन को और भी सजग होकर कार्य करने की आवश्यक्ता है | वरना ऐसे मामलों में अगर पुलिसकर्मी समय पर ना पहुंचे तो आम व्यक्ति की जान भी जा सकती है |
वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त के डॉ. राजीव कुमार वर्मा ने कांस्टेबल स्वीटी को पुरस्कृत करने का लिया निर्णय
यह मामला केवल लापरवाही तक ही नहीं थमा, इस मामले को दबाने के लिए पुलिस स्वीटी से बेमतलब के सवाल पूछ उन्हें प्रताड़ित कर रही है| उनसे पूछा जा रहा है कि क्या उनकी उस ऑटो चालक से पुरानी कोई दुश्मनी तो नहीं ? और क्या वे उन्हें पहले से जानती है? अब आप खुद ही सोचिये की क्या यह जरुरी है कि अगर एक व्यक्ति समाज कल्याण, मानवता और न्याय के लिए किसी अपराध के खिलाफ लड़े तो वह अपनी किसी व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते ऐसा कर रहा हो | ऐसे मामले पर पुलिस प्रशासन को उस आरोपी चालक के खिलाफ बिना मुद्दे को बेमतलब आगे बढ़ाये उचित कारवाई करनी चाहिए थी | लेकिन ऐसा नहीं हो रहा हैं इसी बात का बहादुर पुलिस कांस्टेबल स्वीटी को बेहद दुःख है और हैरानी भी है | जिस बहादुर महिला पुलिस को उसके कार्य के लिए सम्मानित करना चाहिए, उसे प्रताड़ित किया जा रहा है | लेकिन अब यह मामला मीडिया द्वारा सुर्ख़ियों में आया है, जिसके बाद अब बहादुर महिला कांस्टेबल स्वीटी को वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डॉ. राजीव कुमार वर्मा ने पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है | साथ ही उनके कार्य और बहादुरी की बेहद प्रशंसा भी की है |