इंडिया टाइम 24 न्यूज से शम्भू नाथ गौतम। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू कई दिनों से विपक्षी पार्टियों को जिस प्रकार से एकजुट कर रहे हैं वो ये संकेत दे रहा है कि इस बार नायडू भाजपा के खिलाफ विरोधी मोर्चा बनाना चाहते हैं। नायडू ने शनिवार को राहुल गांधी, शरद पवार, अखिलेश यादव और मायावती से मुलाकात की। इससे पहले भी नायडू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी से भी मुलाकात कर रणनीति बना चुके हैं। आज सुबह फिर नायडू ने दिल्ली आकर शरद पवार और राहुल गांधी से मिले। शाम को वे यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से भी मिलने वाले हैं। नायडू जिस प्रकार भागदौड़ कर बिसात बिछा रहे हैं वह यह बताता है कि चुनाव परिणाम वाले दिन 23 मई को अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा रहे और सरकार बनाने में देर न करे। आखिर नायडू ही क्यों सरकार बनाने के लिए गठबंधन तैयार कर रहे हैं। चंद्रबाबू नायडू अभी कुछ माह पहले तक केंद्र की एनडीए सरकार का हिस्सा थे। आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज न मिलने पर वो केंद्र की एनडीए सरकार से अलग हो गए थे। जबसे ही नायडू पीएम मोदी को कोई मौका देना नहीं चाहते हैं। नायडू ये भी भलीभांति जानते हैं कि विपक्षी नेताओं को बिना एकजुट किए सरकार बनाने में सफल नहीं हो सकते हैं। ये तो 23 मई को ही मालूम पड़ेगा कि चंद्रबाबू नायडू का गणित कितना सफल हो पाता है।